हमारे बारे में

बायोवेल आर्गेनिक कृषि जगत की समस्त समस्याओं के समाधान के लिए समर्पित है। हमारा उद्देश्य कृषि में अंधाधुंध उपयोग होने वाले घातक रसायनों से अपनी मातृ-भूमि को मुक्त करना और जैविक कृषि को देश के कोने- कोने में पहुंचाकर किसान और समाज को मजबूत करना है। हम सभी जानते हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और किसी भी कृषि प्रधान देश की अर्थव्यवस्था का अंदाजा हम उस देश की कृषि की स्थिति से लगा सकते हैं। लेकिन जैसा कि हम देख पा रहे हैं जब से कृषि में हानिकारक रसायनों का बहुतायत प्रयोग होना शुरू हुआ है तब से न सिर्फ मानव स्वास्थ्य बल्कि भूमि के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है I कई अत्यंत हानिकारक रसायनों को सरकार द्वारा प्रतिबंधित करने के बाद भी स्थिति दिन-प्रतिदिन भयावह होती जा रही है।

परिणामस्वरूप आज की पीढ़ी बहुत ही कम उम्र में ह्रदय रोग, कैंसर, मधुमेह, गठिया, श्वास रोग आदि जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त होती जा रही है। और भूमि की उपजाऊ क्षमता दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है। ये रसायन धीमे जहर की तरह कार्य करते हैं और जटिल समस्या यह है कि ये जहर केवल भोजन के माध्यम से ही नहीं बल्कि हवा और पानी से भी हमारे शरीर में पहुंच रहे हैं क्यूंकि ये रसायन हवा और पानी में भी घुलनशील होते हैं।

भारत के कई राज्यों की सरकारें इस बात को लेकर बेहद चिंतित हैं और इसके लिए सरकार कई कड़े कदम उठा रही है जिसमें एक मुख्य कदम है राज्यों में रसायनिक खेती को पूरी तरह से बंद करना और इस्तेमाल करने वाले पर हर्जाना लगाना इत्यादि।

जैविक खेती इन समस्याओं में से कई को हल कर सकती है क्योंकि यह प्रणाली न केवल मिट्टी की उत्पादकता को बनाए रखती है बल्कि पर्यावरण के साथ सद्भाव में प्राकृतिक प्रक्रियाओं और चक्रों को बढ़ाकर कीट को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने में भी मदद करती है। आज, कृषि समुदाय के लिए यह स्पष्ट है कि जैविक खेती न केवल मिट्टी- पौधे-पर्यावरणीय संबंधों की रक्षा करने और उन्हें बनाए रखने के लिए बल्कि जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने के लिए सबसे अच्छा विकल्प है।

किसानों की आर्थिक-स्थिति को ध्यान में रखते हुए बायोवेल आर्गेनिक जहर मुक्त खेती के अभियान में लेकर आये हैं पूर्णतया जैविक उत्पादों की श्रृंखला जिसमे बीज बोने से लेकर पूर्णतया तैयार फसल होने तक इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्ट्स हैं।

बायोवेल आर्गेनिक ने रसायनिक खेती को जैविक खेती में परिवर्तित करने के लिए एक क्रमिक कार्ययोजना तैयार की है जिसके तहत धीरे-धीरे भूमि को जहरमुक्त किया जाता है पूर्णतः जैविक होने के बाद किसान की लागत ५०% तक कम हो जाती है और उत्पादन में आश्चर्यजनक वृद्धि होती है, और किसानों को पूर्णतया जैविक फसल की प्राप्ति होती है जो मानव और भूमि दोनों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती है।

बायोवेल आर्गेनिक में हम बीज बोने से लेकर फसल तैयार होने तक उपयोग होने वाले सभी उत्पाद उपलब्ध कराते हैं किसानों को इन उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी मात्रा में जैविक कृषि केंद्र खोले जा चुके हैं और बचे हुए क्षेत्रों में बहुत तीव्र गति से कार्य चल रहा है।

हमारा नारा है-

जहर मुक्त हो हिन्दुस्तान, खुशहाल भूमि... खुशहाल किसान